कागजों के बीच उलझी रही है जिंदगी
सामने देख अब कहाँ बची है जिंदगी
काले शब्द सफ़ेद कागज
रंगों में अब कहाँ खेल रही है जिंदगी
याद अति हैं किस्सागोई की रातें
किस्सा सी अब बन गयी है जिंदगी
आने वाले कल के फिक्र में बीते हुए कल के जिक्र में
खिड़की के जन्गलों से झाँक रही है जिंदगी
सामने देख अब कहाँ बची है जिंदगी
काले शब्द सफ़ेद कागज
रंगों में अब कहाँ खेल रही है जिंदगी
याद अति हैं किस्सागोई की रातें
किस्सा सी अब बन गयी है जिंदगी
आने वाले कल के फिक्र में बीते हुए कल के जिक्र में
खिड़की के जन्गलों से झाँक रही है जिंदगी